ब्लॉक में तैनात एपीओ साहब जमकर काट रहे मलाई
साहब की नाक के नीचे हो गया घोटाला 10 वर्षों से जमे एपीओ का नहीं हो रहा तबादला
सोनी कुमारी ब्यूरो प्रयाग भारत
रायबरेली। साहब की नाक के नीचे हो गया घोटाला पिछले 10 वर्षों से जमे एपीओ कर रहे महाराजगंज ब्लाक में गड़बड़झाला। महराजगंज ब्लॉक में तैनात एपीओ राजीव त्यागी कि अगर बात की जाए तो पिछले 10 वर्षों से अनवरत महराजगंज में अपनी सेवाएं दे रहे हैं ट्रांसफर नीति का इनके ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ता क्योंकि साहब संविदा कर्मचारी हैं लेकिन सवाल यह उठता है कि जब सरकारी कर्मचारियों को इधर से उधर 3 वर्षों बाद कर दिया जाता है तो एपीओ साहब किसकी सरपरस्ती में लगातार 10 वर्षों से महराजगंज ब्लॉक में अपनी सेवाएं दे रहे हैं समाजवादी पार्टी की सरकार में साहब की नियुक्ति हुई थी और आज भाजपा सरकार में भी जमकर मलाई काट रहे हैं। मामला ताजुद्दीनपुर ग्राम पंचायत से संबंधित है जहां के ग्रामीणों ने रोजगार सेवक पर मनरेगा में भ्रष्टाचार के कई संगीन आरोप लगाए हैं और आरोप साबित भी हो रहे हैं लेकिन एपीओ साहब पर आंच नहीं आ रही है और वह लगातार ब्लॉक में बैठकर मलाई काटने में मशगूल हैं। एक तरफ योगी आदित्यनाथ सरकार और मोदी सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात करती है तो वही हम महराजगंज ब्लॉक में अगर देखे तो भ्रष्टाचार तो छोड़िए यहां ट्रांसफर नीति का भी पालन होता दिखाई नहीं दे रहा है। ताजुद्दीनपुर रोजगार सेवक देवनाथ के ऊपर कई संगीन आरोप ग्रामीणों ने लगाए लेकिन बिना साहब की मर्जी के बगैर देवनाथ इतना बड़ा घोटाला नहीं कर सकते कहीं ना कहीं क्षेत्र में चर्चा का विषय है कि साहब भी इसमें संलिप्त तो नहीं है।
मनरेगा का सक्षम अधिकारी ब्लॉक में एपीओ होता है जिस तरह ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं रोजगार सेवक के ऊपर कहीं ना कहीं बगैर साहब की मर्जी के बगैर इतना बड़ा खेल आखिर ब्लॉक में कैसे हो गया और मनरेगा में जमकर रुपए निकाले गए तो इसका बंदरबांट भी हुआ होगा यह बात इस समय क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुआ है
तो क्या संविदा कर्मचारियों का नहीं होता है तबादला पिछले 10 वर्षों से जमे एपीओ राजीव त्यागी महराजगंज में अपनी सेवाएं दे रहे हैं आज तक इनका तबादला कहीं नहीं किया गया और यह लगातार महराजगंज ब्लॉक में तैनात होकर जमकर मलाई काटने में मशगूल है
दबी जुबान लोग यह भी चर्चा करते हैं कि कहीं ना कहीं एपीओ के ऊपर माननीयों का हाथ तो नहीं है कि आज तक एपीओ पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई
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