अब छात्रहित में कदम उठाने को तैयार इंडिया गठबंधन सांसद


प्रयाग भारत
 

प्रयागराज । प्रयागराज के जमुनापार में धान का कटोरा कहे जाने वाले कोरांव विधानसभा क्षेत्र में छात्र-छात्राओं के लिए यूनिवर्सिटी की शाखा खोलने को इलाहाबाद के सांसद देश के सर्वोच्च सदन में अपनी बात रखेंगे । प्रयागराज शहर से करीब 80 किलोमीटर दूरी पर स्थित कोरांव क्षेत्र में छात्रों को इन्टरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद प्रयागराज शहर में जाकर अध्ययन करना पड़ता है। जबकि जमुनापार की आबादी लगभग 11 लाख के पास होगी। कोरांव समेत मेजा, करछना विधानसभा क्षेत्र में ज्यादात आबादी किसानों व मध्यम वर्गीय परिवारों की है। लेकिन बड़े बड़े सरकारी कल-कारखाने बंद होने से आय का उचित साधन नहीं होने के कारण पचास प्रतिशत छात्रों को क्षेत्र में संचालित डिग्री कालेजों में शरण लेनी पड़ती है। वो डिग्री कालेज सिर्फ डिग्री देने तक ही सीमित है। कोरांव क्षेत्र में जितने डिग्री कालेज खुले हैं इन लोगों के पास ड्रिग्री वाले अध्यापक नही होते हैं। क्षेत्र में अधिकांश डिग्री कालेज दूसरों की डिग्री किराए पर लेकर काॅलेज संचालित करते हैं। वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो यदि छात्र प्रयागराज में रुककर अध्ययन करें तो इसके लिए उन्हें पांच से सात हजार किराए के रूप में व फिर किताबों व अन्य खर्चों को जोड़ा जाए तो पन्द्रह हजार रुपए महीने तक का खर्च गिरता है, जिससे खर्च उठाने में अन्नदाताओं की कमर टूट जाती हैं और छात्रों की प्रतिभा का दमन हो रहा है,जिसको लेकर कई बार पत्र के माध्यमों से आवाज बुलंद की गई। किंतु माननीयों का ध्यान इस ओर आकृष्ट नहीं हो सका, वहीं इस समस्या को लेकर एक पत्रकार ने वर्तमान सांसद कुंवर उज्जवल रमण सिंह को अवगत कराया तो सांसद ने आश्वासन देते हुए कहा कि यमुनापार के विकास के लिए वह पूरी तरह से कटिबद्ध है और संसद में मामले को लेकर आवाज उठाऊंगा और प्रयास करूंगा कि आने वाले समय में यमुनापार के छात्रों की प्रतिभा का विकास हो सकें इसके लिए काम करूंगा।

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