प्रयाग भारत
मड़िहान (मिर्जापुर)। सोमवार को लगभग चार बजे के करीब परियोजना निदेशक अजय प्रताप सिंह डीसी मनरेगा मोहम्मद नफीस पहुंचे। इस दौरान राहकला गांव निवासी दिव्यांग शिवकुमार यादव अपनी पत्नी गीता को लेकर आवास मांगने हेतु पहुंचा था। जहां उच्च अधिकारियों को देखकर उसने अपने गांव में चार अपात्रों को आवास देने की प्रार्थना पत्र परियोजना निदेशक को सौंपी। जिसे गम्भीरता से लेते हुए तत्कालीन जाच हेतु गांव में खंड विकास अधिकारी वीरभानु सिंह और सहायक विकास अधिकारी पंचायत श्रीकृष्ण उपाध्याय को लेकर पहुंच गए। जांच के दौरान राजेश पुत्र ललाई जिसके पास 20 कमरों का पक्का मकान के साथ ट्रैक्टर व मोटरसाइकिल थी। उसके सगे भाई रामबली को भी आवास दिया गया था। तीसरे नंबर में राम रक्षा पुत्र किशून के आवास की जांच में पहुंचने पर देखा कि मानक को ताक पर रखकर 8 से 10 कमरों का मकान बनवा रहा था। वहीं उजाला पत्नी सतीश भी अपना आवास पांच कमरों का बनवा रहा था। जांच के दौरान मिले इन चार अपात्र लाभार्थियों से सरकारी धन वसूली के साथ-साथ संबंधित ग्राम सचिव धनंजय बिंद के ऊपर कार्रवाई करने हेतु कहा। ग्राम प्रधान प्रमिला देवी की माने तो यह सभी आवास पूर्व प्रधान के कार्यकाल में दिया गया था। जिनको अपात्र घोषित कर एक बार इनका नाम भी कटवा दिया गया था, परंतु यह सभी अपात्र लाभार्थी तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र देकर दोबारा से अपने नाम आवास ले लिए थे। अपूर्ण आवासों को भी कागज पर पूर्ण दिखाकर नेट पर फोटो कर दिया गया है अपलोड यह मामला वर्ष 2020-21 के रामपुर रेक्सा गांव का है।जहा गांव निवासी रजवंती पत्नी रामबली,मीरा पत्नी सियाराम, सविता पत्नी अवधेश यादव का है। जिनका आवास अभी धरातल पर पूर्ण ही नहीं हुआ है, परंतु सरकारी कागजों पर पूर्ण दिखाकर फाइल हो बंद कर दी गई है।अगर ऐसे मामलों की जांच की जाए तो सैकड़ो ऐसे धरातल पर अधूरे आवास मिलेंगे जिनको पूर्ण दिखाकर पंचायत विभाग अपना पल्ला झाड़ चुका है। इस संदर्भ में परियोजना निदेशक डी0आर0 डी0ए0 अजय प्रताप सिंह ने बताया कि मामलों की जांच की जाएगी सच्चाई पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई भी की जाएगी।
0 टिप्पणियाँ