राम मंदिर आंदोलन के प्रणेता महंत दिग्विजय नाथ को दिया जाए भारत रत्न - रीना एन सिंह




प्रयाग भारत


नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट एवं श्री कृष्ण जन्मभूमि मामले विवाद की इलाहाबाद उच्च न्यायालय में पैरवी कर रही और चर्चित किताब "योगी आदित्यनाथ लोक कल्याण के पथ पर" नामक किताब की लेखिका रीना एन सिंह ने राम मंदिर आंदोलन के प्रणेता महंत दिग्विजय नाथ को भारत रत्न दिए जाने की मांग की है।

 रीना एन सिंह ने कहा कि जब राम मंदिर के लिए अयोध्या से सोमनाथ तक रथ यात्रा निकालने वाले  लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न दिया जा सकता है तो 1949 में 22 दिसंबर की रात में जब रामलला की मूर्तियों का प्रकटीकरण हुआ उस दौरान जो पांच लोग वहां पर उपस्थित थे उनका नेतृत्व महंत दिग्विजय नाथ जी कर रहे थे। इसके अलावा 1949 में जिस तरह की पृष्ठभूमि तैयार की गई अगर महंत दिग्विजय नाथ ना होते तो तत्कालीन सरकार  प्रकट रामलला की मूर्तियों को सरयू नदी में प्रवाहित करने का आदेश दे चुकी थी, लेकिन महंत दिग्विजय नाथ के कारण ही ये न हो सका। वहीं से मुकदमा शुरू हुआ और 2019 में उन्हीं की आने वाली पीढ़ी के महंत योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ ।

रीना एन सिंह ने कहा कि दिग्विजय नाथ और महंत अवैद्यनाथ राष्ट्र संत के रूप में सदैव याद किए जाएंगे सरकार को भारत रत्न देकर उनका सम्मान करना चाहिए। 

 ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट रीना एन सिंह श्री कृष्ण जन्मभूमि मामले में कथावाचक कौशल किशोर ठाकुर महराज की अधिवक्ता है, इलाहाबाद हाईकोर्ट में इस मामले की पैरवी भी कर रही है, रीना एन सिंह कई संगठनों से जुड़ी हुई है उनके लेख कई समाचार पत्रों में छपते रहते है।

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