इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चल रहे गांधीवादी तरीके से आंदोलन को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा टेंट उखाड़ने पर छात्रों में व्यापक आक्रोश

 


प्रयागराज।  इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन पर छात्रसंघ बहाली, कुलपति की अवैध नियुक्ति, 400% शुल्क वृद्धि के विरोध में 1080 दिनों से चल रहे आंदोलन को इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा टेंट तंबू को उखाड़कर फेकने पर छात्रों में व्यापक आक्रोश ।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार क्रेट में हुई धांधली के खिलाफ छात्रसंघ भवन पर दोपहर 12:00 कुलपति का पुतला फूंका गया तत्पश्चात इलाहाबाद विश्वविद्यालय कुलानुशाशक डॉ राकेश सिंह अनशन स्थल पर आकर छात्रों से अभद्र व्यवहार गाली गलौज तथा तंबू को उखाड़ कर जप्त कर लिए और छात्रों का कैरियर खराब करने की धमकी देकर चले गए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा किए गए।

जिसको लेकर छात्रों में व्यापक आक्रोश छात्रों ने शाम 5:00 बजे छात्रसंघ भवन पर छात्रसंघ संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में एक आपात बैठक आहूत की गई जिसमें छात्रों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया छात्रों ने ठाना है कि विश्वविद्यालय में इस तानाशाही के खिलाफ यदि हम अपने प्राणों की आहुति देनी पड़े हम पीछे नहीं हटेंगे इस आता ताई के खिलाफ डटकर मुकाबला करेंगे।

छात्रों से इस तरीके के दुर्व्यवहार गाली गलौज टेंट उखाड़ने को लेकर कर्नलगंज थाने में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलानुसाशक डॉक्टर राकेश सिंह के खिलाफ तहरीर छात्रों द्वारा दी गई।

 इस मौके पर समाजवादी छात्र सभा, एनएसयूआई, आइशा, दिशा संगठन, एसएफआई, इंकलाबी मोर्चा आदि संगठन के छात्र एवं छात्र नेता उपस्थित रहे।

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