उसे कोर्ट में पेश कर कस्टडी रिमांड की अर्जी दी जाएगी। जिसके बाद उससे उमेश पाल हत्याकांड के राज उगलवाए जाएंगे।
प्रयागराज। जिला पुलिस की एक टीम रविवार को ही साबरमती जेल के लिए रवाना हो गई थी। यह टीम सोमवार शाम गुजरात पहुंची। मंगलवार सुबह 11 बजे के करीब पुलिस टीम साबरमती जेल पहुंच गई और वारंट बी का तामीला कराया। इसके बाद अतीक का जेल में ही मेडिकल परीक्षण कराया गया। फिर अन्य औपचारिकताएं पूरी करने के बाद दोपहर तीन बजे के करीब पुलिस टीम उसे लेकर प्रयागराज के लिए चल दी।
साबरमती जेल से प्रयागराज तक की दूरी लगभग 1300 किमी है। अतीक को सड़क मार्ग से प्रिजन वैन में लाया जा रहा है, ऐसे में सफर में लगभग 24 घंटे का वक्त लगने की संभावना है। माना जा रहा है कि वह बुधवार दोपहर तक प्रयागराज पहुंचेगा। इसके बाद उसे सीजेएम कोर्ट में पेश किया जाएगा। जहां अर्जी देकर उसकी कस्टडी रिमांड मांगी जाएगी।
उमेश पाल हत्याकांड में अतीक के साथ ही उसका भाई अशरफ भी नामजद आरोपी है। पुलिस ने इस मामले में उसका भी बी वारंट जारी कराया है। ऐसे में तय माना जा रहा है कि पुलिस उसे भी जल्द ही प्रयागराज ला सकती है। अशरफ बरेली जेल में बंद है और उमेश पाल अपहरण केस में आरोपी होने के चलते उसे भी 28 मार्च को प्रयागराज की स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया गया था। हालांकि सबूतों के अभाव में उसे बरी कर दिया गया था।
मुकदमा विवेचक इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्य ने कोर्ट को बताया कि उमेश पाल हत्याकांड में अब तक की विवेचना में अतीक अहमद के विरुद्ध साजिशकर्ता के रूप में पर्याप्त साक्ष्य पाए गए हैं। केस डायरी के अवलोकन के बाद कोर्ट ने इस मामले में वारंट बनाए जाने के लिए अतीक को तलब करने का पर्याप्त आधार पाया और इसी क्रम में बी वारंट जारी किया गया।
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