अधिकारी नहीं कर पा रहे है, भूमाफियाओं पर कार्यवाही
धरना पांचवें दिन भी जारी
प्रयाग भारत
शंकरगढ़, प्रयागराज। विकासखंड परिसर में लगातार पांचवें दिन भी किसान- मजदूर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे रहे जिनका देर शाम तक कोई नतीजा नहीं निकल सका।
बता दें कि भारतीय किसान यूनियन (भानु) के बैनर तले पिछले 5 दिनों से आदिवासी, मजदूर व किसान धरने पर बैठे हैं। उनकी मांग है कि हमें आवासीय पट्टा दिया जाए तथा हम लोगों पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापस लिए जाएं। तथा पात्र लोगों को आवास की सूची में जोड़ा जाए। बताया गया कि विकासखंड कार्यालय की तरफ से उन्हें परिसर खाली करने की जबरन नोटिस थमा दी गई थी और किसानों को धमकाया भी जा रहा है तथा पन्नी की अस्थाई तम्बूओं को जबरन उखड़वाया गया। इस कड़कड़ाती ठंड से बचने के लिए वे स्थाई झोपड़ी बना रहे थे लेकिन उन्हें विकासखंड की तरफ से हटा दिया गया। बताया गया कि शंकरगढ़ में तहसील प्रशासन व वन विभाग की मिलीभगत से सैकड़ों से अधिक बीघे पर अवैध कब्जा करा कर खेती कराई जा रही है । कुछ जगह अवैध निर्माण भी करवा दिया गया है। भू माफियाओं व खेती माफियाओं द्वारा इन गरीब मजदूर किसानों को परेशान कर इन के ऊपर फर्जी मुकदमा लगाए जाने से परेशान किसान मजदूरों का धरना पांचवे दिन भी जारी रहा जिनकी सुध लेने वाला कोई नही है। लोगों की माने तो तहसील प्रशासन भू माफियाओं के साथ मीटिंग कर रहे हैं। वो यह नहीं चाहते की वन क्षेत्र की पैमाईश हो माफियाओं ने वन विभाग और प्रसाशन के साथ मिलकर काफी दिन से मलाई खायी है। लोगों ने आरोप लगाते हुए बताया कि तहसील प्रशासन वन क्षेत्र में अवैध कब्जा करने वाले माफियाओं, वन विभाग , जिला व तहसील प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्यवाही करने के बजाय आदिवासियों और किसानों को परेशान किया जा रहा है। धरने में मुख्य रूप से राकेश त्रिपाठी, के के मिश्रा, हरिश्चंद्र ,गुलाब, अनीता ,मीरा देवी, कल्पना आदि लोग उपस्थित रहे।
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